जब मेरे गीतों को सुनोगे, याद बहुत हम आयेंगे.
जब लबों से कह न सकोगे, याद बहुत हम आयेंगे.
अहसास अपने दिल का तुम, मेरे गीतों में पाकर,
उनको जब भी याद करोगे, याद बहुत हम आयेंगे.
सपनों में अक्सर उनसे जब मिलने तुम जाओगे,
इकरार-ए-मोहब्बत कर न सको जब, मेरे गीतों को गाओगे.
सुनकर मोती जैसे लब्जों को , जब नैन वो झुक जायेंगे,
ज़िन्दगी खुबसूरत लगेगी, तब याद बहुत हम आयेंगे.
गीत मेरे अनमोल रहेंगे, जवां दिलों की धड़कन में,
सदियों तक गाये जायेंगे, जज़्बातों की तड़पन में.
मेरे प्यारे गीतों से तुम, जब रिश्तों को सुलझाओगे,
हर पहेली सुलझेगी, तब याद बहुत हम आयेंगे..
----Niraj Shrivastava
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