Sunday 10 January 2016

चलो देश में कुछ आग लगाया जाय



चलो देश में कुछ आग लगाया जाय,
कुछ मंदिरों, कुछ मस्जिदों को गिराया जाय 

मुहब्बत के इस मुल्क में सब कुछ होता है,
बस राजनीती की आड़ में, ये सब करवाया जाय 

जवानों की शहादत का कोई मोल नहीं है यहाँ,
बस इलज़ामात का एक और दौर चलाया जाय 

यहाँ काफिला है यहाँ के हीं दुश्मनों का,
कुछ असहिष्णु लोगों को भी, यहाँ बुलाया जाय 

देखो भाई ! कोई सच में दूरदर्शी आया है,
चलो सब अपना सम्मान, वापस कर आया जाय 

--© नीरज श्रीवास्तव !