Sunday 1 September 2013

क्या बात है कि वो आज आये हैं हमारे घर

क्या बात है कि वो आज आये हैं  हमारे घर,
जिन्होंने अक्सर यूँ ही जलाये हैं हमारे घर,
जब  भी  आकर तोडा उसने दिल के आशियाने को,
हौसलों ने हर बार आकर बनाए हैं हमारे घर। 

-----Niraj Shrivastava

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